Shiksha Samvad

Shiksha Samvad

International Journal of Multidisciplinary Research

International Open Access, Peer-reviewed & Refereed Journal | ISSN: 2584-0983 (Online)

Call for Paper: Vol. 2 – Issue 3 – March 2025 (Last Date- 30 March 2025)

आईसीटी का प्रयोग करने वाले एवं प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों के अधिगम शैली का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन

Vol. 03, Issue 01, pp. 115–122 |  Published: 11 September 2025

Author(s): अभिषेक त्रिपाठी एवं डाॅ0 अच्युत कुमार यादव

DOI:

सारांश
प्रस्तुत समस्या कथन के अन्तर्गत ‘‘आईसीटी का प्रयोग करने वाले एवं प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों के अधिगम शैली का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन’’ किया गया है। अध्ययन का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों पर आधारित है जिसके अन्तर्गत सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने वाले एवं प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों को सम्मिलित किया गया है। प्रस्तुत अध्ययन में वर्णनात्मक अनुसंधान के अन्तर्गत सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया गया है। प्रस्तुत अध्ययन में जनसंख्या के रूप में प्रयागराज जनपद के महाविद्यालयों में अध्ययनरत् 800 विद्यार्थियों का चयन यादृच्छिक न्यादर्श विधि से किया गया है जिसमें 10 शहरी एवं 10 ग्रामीण महाविद्यालयों से 40-40 विद्यार्थियों का चयन किया गया साथ ही यह भी ध्यान में रखा गया है कि 5 शहरी एवं 5 ग्रामीण महाविद्यालयों में जहाँ आईसीटी लैब है एवं 5 शहरी एवं 5 ग्रामीण महाविद्यालयों में जहाँ आईसीटी लैब नहीं है। प्रस्तुत अध्ययन में आईसीटी का प्रयोग करने वाले विद्यार्थियों का चयन उस महाविद्यालयों से किया गया है जिस महाविद्यालय में आईसीटी लैब है एवं आईसीटी प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों का चयन उस महाविद्यालय से किया गया है जिस महाविद्यालय में आईसीटी लैब नहीं है तथा विद्यार्थियों के अधिगम शैली के प्राप्तांकों को ज्ञात करने के लिए डाॅ0 अनु बलहरा एवं प्रिया मित्तल द्वारा ‘‘अधिगम शैली स्केल’’ का प्रयोग किया गया है। आँकड़ों के विश्लेषण हेतु मध्यमान, मानक विचलन, मानक त्रुटि एवं टी-अनुपात सांख्यिकी विधियों का प्रयोग किया गया है। प्राप्त निष्कर्ष – शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों जो कि आईसीटी का प्रयोग करते हैं उनकी शैक्षिक निष्पत्ति आईसीटी प्रयोग न करने वाले शहरी विद्यार्थियों तथा ग्रामीण क्षेत्र के आईसीटी प्रयोग करने वाले एवं न करने वाले विद्यार्थियों की अपेक्षा अधिक है। इसका कारण यह हो सकता है कि शोधार्थी द्वारा समस्या कथन के आधार पर निर्मित शून्य परिकल्पना का सत्यापन करने के पश्चात् निष्कर्ष में पाया गया कि- आईसीटी प्रयोग करने वाले एवं प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों की अधिगम शैली में अन्तर है अर्थात् आईसीटी का प्रभाव लिंग के आधार पर अधिगम शैली पर पाया गया।
मुख्य शब्द-सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, उपयोग, छात्र-छात्राएँ, अधिगम शैली, तुलना, टी-परीक्षण

अभिषेक त्रिपाठी एवं डाॅ0 अच्युत कुमार यादव , “आईसीटी का प्रयोग करने वाले एवं प्रयोग न करने वाले विद्यार्थियों के अधिगम शैली का लिंग के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन Shiksha Samvad International Open Access Peer-Reviewed & Refereed Journal of Multidisciplinary Research, ISSN: 2584-0983 (Online), Volume 03, Issue 01, pp.115-122, September 2025. Journal URL: https://shikshasamvad.com/

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